Preschool Blogs| अंतर की गहराई | Ahmedabad Juniors
Menubar

अंतर की गहराई

अंतर की गहराई

इस सृष्टि में जन्म लेने वाले सभी बच्चे एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं। आकार एक सरीखा होता है लेकिन दिखने में जुदा होते हैं। जन्म के साथ बच्चा अपने माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी सहित कई पीढ़ियों की आनुवंशिकता को लेकर पैदा होता है। गोत्र एवं जाति आनुवंशिक विज्ञान को सामान्य जीवन से जोड़ने की व्यवस्था है। परन्तु समाज ने उसकी गलत व्याख्या कर उसकी निरंतरता का मूल भाव ही नष्ट कर दिया।

बच्चे की अंदर छिपा हुआ मशरूम के रेशे जैसा करोड़ों कोष वाला दिमाग एक अद्भुद सृजन है। अच्छे-खासे सुपर कंप्यूटर को मात देनी वाली उसकी क्षमता ईश्वर के अस्तित्व का साक्षात्कार कराती है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी दिमागी रचना के कारण अलग तरीके से विचार करता है। अलग-अलग तरीके से सवालों को हल करता है। ऐसा क्यों होता है, इसे हम समझने की कोशिश करते हैं।

बायां और दाहिना दिमाग

हालांकि संयुक्त कोषों से बना यह एक अद्भुद यंत्र है जिसे एक-दूजे से भिन्न नहीं किया जा सकता। फिर भी, इसके काम करने की पद्धति बाएं और दाहिने दिमाग में रची-बसी है। इसके अलावा, दिमाग में midbrain और hindbrain शरीर के अंगों का संचालन विरुद्ध दिशा में करते हैं। अर्थात् बाएं दिमाग से शरीर के दाहिने हिस्से के अंगों का संचालन होता है और दाहिने दिमाग से शरीर के बाएं हिस्से के अंगों का संचालन होता है।

बायां दिमाग दाहिना दिमाग
(LOGICAL)
तर्क एवं तर्क से संबंधित मामलों एवं तर्कसंगत भाषा में सक्रिय रहता है।
आम तौर पर वे बच्चे जिनका दाहिना दिमाग सक्रिय होता है वे भाषा, कल्पनाशक्ति, सृजनात्मकता, चित्रकला, संगीत एवं कलाकौशल वाले क्षेत्रों में रुचि रखते हैं एवं ऐसे व्यक्ति निर्णय लेने के मामले में थोड़े मनमौजी होते हैं।
(SEQUENTIAL)
क्रमबद्ध गणना एवं समस्याओं के निराकरण में पूर्वानुमान स्पष्ट होता है।
बुद्धि-चातुर्यता सक्रिय रहती है।
सक्रिय दाहिना दिमाग वाले लोग अंतःप्रेरणा एवं तर्क की मदद के बगैर भी सफल निर्णय ले सकते हैं।
(ANALYTICAL)
पृथक्करण करने में, विश्लेषण करने में या किसी मामले की तह तक जाकर जांच करने में, मूल तत्त्व या अवयव को ढूंढने में सक्रिय रहता है।
धार्मिक, आध्यात्मिक एवं समाज सेवा के मामले में भी ये लोग सक्रिय रहते हैं।
व्यक्तिगत भावनाओं या मंतव्यों के प्रभाव से विचार करने की क्षमता एवं स्पष्टता दृढ़ बनती है। वस्तु एवं परिस्थिति से संबंधित उनके ख्याल, राय, विचार करने की पद्धति, निर्णय लेने की शक्ति Subjective होती है।
Left Brain की सक्रियता वाले लोगों को आम तौर पर दाहिने हाथ से लिखने की आदत होती है और गणित एवं विज्ञान जैसे विषयों में उनकी ज्यादा रुचि होती है। विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी व्यक्तियों में ऐसा देखने को मिलता है। इस तरह के लोग परिस्थिति को टुकड़े-टुकड़े देखते हैं। आम तौर पर ये लोग परिस्थिति को समग्रता से देखते हैं।
आम तौर पर ये बच्चे बाएं हाथ से लिखना पसन्द करते हैं और भाषा, कला, फिल्म, लेखन एवं सामाजिक सृजनात्मकता के क्षेत्रों में आगे बढ़ते हैं।

बाएं एवं दाहिने दिमाग के काम करने की पद्धति की जानकारी से माता-पिता को बच्चों के कार्य करने की पद्धति का पता चलता है। इससे उनकी रुचि, दिलचस्पी एवं कौशल को समझने में भी सरलता रहती है या कह सकते हैं कि इस प्रकार की प्रवृत्तियां बच्चे के संबंधित दिमाग को विकसित करने में सहायक होती है।

Share: Facebook Twitter Google Plus Linkedin
Home Link